नकाबपोश चोर से लड़ी मासूम, भागने पर मजबूर हुआ बदमाश


 


भोपाल। काव्या जायसवाल 12 साल की बच्ची है, लेकिन उसके हौसले किसी नौजवान से कम नहीं हैं। गांधी नगर इलाके में उसके मकान में जब एक चोर घुसा और बच्ची का गला दबाने की कोशिश की तो डरने के बजाए उसने चोर पर ही धावा बोल दिया। तीन मिनट तक वह चोर से लड़ती रही और आखिरकार हारकर चोर को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।



यह घटना शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात ढाई बजे की है। जब रात गश्त के दौरान पुलिस को सबसे ज्यादा चौकन्ना होना चाहिए, उस समय एक अपराधी पुलिस की सारी व्यवस्था को धता बताते हुए घर में घुसकर चोरी करने और 12 साल की बच्ची को मारने की कोशिश करने लगा।
काव्या शातिर चोर से डटकर मुकाबला करती रही। चोर जब उसके सामने पस्त हो गया तो वह भाग गया। उसके बाद बच्ची ने कमरे में बंद पिता का दरवाजा खोला और उन्हें पूरा घटनाक्रम बताया।
गांधी नगर पुलिस के अनुसार गांधी नगर में रहने वाले नरेंद्र जायसवाल अपनी पत्नी सोनिया, बेटी काव्या और पांच साल के बेटे के साथ रहते हैं। नरेंद्र जायसवाल ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात घर के सभी खिड़की दरवाजे बंद करके घर में पहली मंजिल पर बेडरूम में सो रहे थे।


बगल के कमरे में उनकी 12 साल की बेटी काव्या सो रही थी। ढाई बजे रात बेटी काव्या की जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज सुनी बेटी के कमरे की तरफ भागा, लेकिन मेरा कमरा बाहर से बंद था। थोड़ी ही देर बाद बेटी काव्या ने दरवाजा खोला। पूछा तो उसने एक व्यक्ति के बारे में बताया जो उसका गला दबाकर मारने की कोशिश कर रहा था। मैंने भी उस चोर को देखा वह नकाब पहने था। वह घर से करीब सात सौ स्र्पए नीचे के कमरे से लेकर गया है।


बदमाश ने मेरे हाथ पर पैर रखा था, नकाब हटाने की पूरी कोशिश की



जैसे ही मेरी आंख खुली तो बदमाश मेरा गला दबाने की फिराक में था। उसने मेरे एक हाथ पर अपना पैर रख लिया था। मेरा सीधा हाथ फ्री था, इससे पहले मैंने उसका नकाब हटाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह ताकत लगा रहा था। फिर मैंने पूरी ताकत से उसको एक घूंसा मारा और धक्का दिया। उसके बाद वह भाग गया। यह घटनाक्रम लगभग दो से तीन मिनट का था। मुझे बिल्कुल डर नहीं लगा। पापा बचपन से ही कहते हैं। मैं बहादूर बेटी हूं। वह बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं रखते हैं।