उज्जैन। लॉकडाउन के दौरान लगातार इंदौर में लगातार बनी हुई संवेदनशील स्थिति में स्वास्थ्य कर्मियों व महिला डॉक्टर्स से हुई पत्थरबाजी ने अमानवीयता की हदें पार कर दी जिसको देखकर सोशल मीडिया पर गौरव धाकड़ संघ कार्यकर्ता द्वारा छेड़ा गया ट्विटर वार सत्ता की खामोशी पर भारी पड़ गया । इसके पूर्व भी कोरोना पीड़ित वर्गविशेष के मरीजों द्वारा डॉक्टर्स पर थूके जाने के वीडियो जारी होने के बाद भी सरकार द्वारा कोई एक्शन न लेने से आक्रोशित गौरव धाकड़ ने कल सुबह 11:46 पर फेसबुक व ट्वीट वार छेड़ दिया व सरकार को 24 घण्टे में सख्त कार्यवाही की चेतावनी दे डाली ।
इस ट्विटर व फेसबुक वार में कार्यकर्ताओं ने जहां जमकर अपनी भड़ास निकाली । ट्वीट मुख्यमंत्री शिवराज को संबोधित था तो वे दोपहर 2:56में बचाव की मुद्रा में चेतावनी का ट्वीट व वीडियो में आये लेकिन कार्यकर्ता संतुष्ट नही हुए इसी ट्वीट पर गौरव ने पुनः 3:00बजे "चेतावनी" के स्थान पर "एक्शन" और "डायरेक्ट एक्शन" की वकालत कर सोशल मीडिया पर माहौल गर्म कर दिया ।
शाम तक गरमाते माहौल को देख भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय व अन्य संघ नेताओ ने हस्तक्षेप कर सत्ता तक ये मेसेज पहुंचा दिया कि ठोस कारवाही हो ।
शाम को सरकार ने सोशल मीडिया में बढ़ते दबाव को मानते हुए डॉक्टर्स व स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वाले आरोपियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून व मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट में आरोपित करने का आश्वासन इस कार्यकर्ता को दिया जिसके बाद रात्रि 9:30 पर गौरव ने सख्ती को लेकर आश्वत होने की बात पोस्ट की इसके कुछ ही देर बाद सरकार ने आधिकारिक रूप से आरोपियों पर रासुका लगाए जाने की घोषणा की व सोशल मीडिया पर छिड़ा यह युद्ध कार्यवाही कराकर ही शांत हुआ । यह जानकारी सौमित्र शर्मा ने दी।
धाकड़ ने छेड़ा पत्थरबाजों के खिलाफ ट्विटर वॉर , सत्ता ने मांगो को मान किया रासुका में गिरफ्तार